अकसर अपने सुना होगा की Reserve Bank of India ने Repo Rate को घटा लिया है या फिर Repo Rate को बढ़ा दिया है. लेकिन आप इसके बारे में नहीं जानते होंगे. चलिए आज हम आपको Repo Rate और Bank Rate के बारे में बताते हैं...
सबसे पहले Repo Rate को समझते हैं...
Repo Rate:-
दरअसल जब Reserve Bank of India के पास कोई Bank अपनी सिक्योरिटी के बदले में कुछ राशि उधार लेने के लिए जाता है तो रिजर्व Bank एक दर के तहत ही किसी भी Bank को उधार देता है. उस दर को Repo Rate कहते हैं. Repo Rate पहले ही निर्धारित होती है और फिर उसी के आधार पर बैक को पैसा दिया जाता है.
कोई भी Bank अपनी सिक्योरिटी को रिजर्व Bank के पास रख कर ही रिजर्व Bank से पैसे लेता है और जब वह Bank रिजर्व Bank को उसका पैसा वापस लौटा देता है तो उस Bank को उसकी सिक्योरिटी भी वापस मिल जाती है.
Bank Rate:-
जब कोई Bank रिजर्व Bank से बिना किसी सिक्योरिटी के पैसे उधार लेता है तो रिजर्व Bank उस पर एक Interest Rate भी निर्धारित करता है और वह Interest Rate रिजर्व Bank को देनी होती है. उसे Bank Rate करते हैं. मान लेते हैं आपने अपने दोस्त से कुछ पैसे उधार लिए है और फिर जब आप उस पैसे को वापस करते हैं तो आपको कुछ Interest भी उस पर देना होता है. उसे Interest कहते हैं. ठीक वैसे ही Bank Rate होती है.
Repo Rate:-
दरअसल जब Reserve Bank of India के पास कोई Bank अपनी सिक्योरिटी के बदले में कुछ राशि उधार लेने के लिए जाता है तो रिजर्व Bank एक दर के तहत ही किसी भी Bank को उधार देता है. उस दर को Repo Rate कहते हैं. Repo Rate पहले ही निर्धारित होती है और फिर उसी के आधार पर बैक को पैसा दिया जाता है.
कोई भी Bank अपनी सिक्योरिटी को रिजर्व Bank के पास रख कर ही रिजर्व Bank से पैसे लेता है और जब वह Bank रिजर्व Bank को उसका पैसा वापस लौटा देता है तो उस Bank को उसकी सिक्योरिटी भी वापस मिल जाती है.
Bank Rate:-
जब कोई Bank रिजर्व Bank से बिना किसी सिक्योरिटी के पैसे उधार लेता है तो रिजर्व Bank उस पर एक Interest Rate भी निर्धारित करता है और वह Interest Rate रिजर्व Bank को देनी होती है. उसे Bank Rate करते हैं. मान लेते हैं आपने अपने दोस्त से कुछ पैसे उधार लिए है और फिर जब आप उस पैसे को वापस करते हैं तो आपको कुछ Interest भी उस पर देना होता है. उसे Interest कहते हैं. ठीक वैसे ही Bank Rate होती है.
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